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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणाएं

हल्द्वानी।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हल्द्वानी पहुंचे। सीएम यहां ईजा बैणी महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आर्मी हेलीपैड पर पहुंचे।इसके बाद शहर के तिकोनिया से खुली जीप में सवार होकर कार्यक्रम स्थल एमबीपीजी ग्राउंड पहुंचे।इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का महिलाओं ने स्वागत किया।मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में नवाचार के अन्तर्गत नैनीताल नगरीय पेयजल योजना को आई.एस.ओ. 9001-2015 एवं अधिशासी अभियन्ता कार्यालय उत्तराखण्ड जल संस्थान नैनीताल को भी आई.एस.ओ. 9001 सर्टिफाईड किये जाने के उपलक्ष में वृत्त नैनीताल के अधीक्षण अभियन्ता विशाल सक्सेना को आई.एस.ओ. 9001 सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करीब 700 करोड़ से अधिक की जिले की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।

ईजा बैंणी महोत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने जिले के लिए कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएं की।  जिसमें मुख्य रूप से जम्मू कश्मीर राजौरी में शहीद संजय बिष्ट की याद में रातीघाट स्थित इंटर कालेज को शहीद संजय बिष्ट इंटर कालेज के साथ हली मोटर मार्ग को शहीद संजय बिष्ट के नाम से जानने की घोषणा की। साथ ही  राजकीय इंटर कालेज कालाढूंगी में सड़क का विस्तार, हल्द्वानी गौवंश संरक्षण के लिए जल्द ही गौशाला निर्माण, शीशमहल स्थित फिल्टर प्लांट का क्षमता विकास, रानीबाग पुल का निर्माण करने की बात कही।नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम एवं एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) के मध्य एमओयू किया गया। अनुमानित परियोजना लागत  230 करोड है जिसे एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड एनवीवीएन), एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा ही वहन किया जाना है। यह उत्तराखंड की प्रथम सुविधा है जो नगरीय ठोस अपशिष्ट को हरित चारकोल में बदलेगी। गौला रौखड़ (गौला बायपास रोड), हल्दवानी में प्लांट प्रस्तावित है।भारत सरकार के द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान का समर्थन करने के लिए हल्द्वानी में एक ‘वेस्ट टू चारकोल’ सुविधा स्थापित की जाएगी। जिसमें नगर निगम द्वारा एकत्रित किया गया 500 टन प्रति दिन (टीपीडी) नगरीय ठोस अपशिष्ट (एम.एस.डब्ल्यू.) को चारकोल में प्रसंस्कृत किया जायेगा। यह सुविधा पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित होगी और भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान का समर्थन करेगी।यह परियोजना हल्द्वानी के लिए महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष लाभ प्रदान करेगी, जो कूड़े से मुक्त शहरों के रूप में होगा, जो भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। इस परियोजना से कार्बन उत्सर्जन में 1.5 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड में कमी की उम्मीद है।

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